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गर्भावस्था में हर महिला के लिए प्लासेंटा (placenta) का महत्व अद्वितीय है। यह भ्रूण को मातृ गर्भ से पोषण पहुंचाता है। इस अद्वितीय अंग की विस्तृत जानकारी इस लेख में प्रदान की जा रही है।
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प्लासेंटा (placenta) गर्भावस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी सही स्थिति और स्वास्थ्य भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यदि आपके पास इस विषय पर और प्रश्न हैं, तो India IVF Fertility से सलाह लें।
प्लासेंटा प्रीविया तब होता है जब प्लासेंटा योनि मार्ग को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है। यह गर्भावस्था में समस्याएं पैदा कर सकता है।
जब प्लासेंटा गर्भाशय के ऊपरी हिस्से पर स्थित होता है, इसे प्लासेंटा फुंडल कहते हैं।
प्लासेंटा अंतीरियर ग्रेड 1 और 2 उसकी पकड़ और अवस्था को दर्शाते हैं। जबकि ग्रेड 1 में प्लासेंटा अधिक पकड़ में होता है, ग्रेड 2 में यह अधिक विकसित होता है।
प्लासेंटा भ्रूण को मातृ शरीर से ऑक्सीजन और पोषण पहुंचाता है और विषैल पदार्थों का निष्कासन भी करता है।
'नो प्लासेंटा प्रीविया' इसका मतलब है कि प्लासेंटा योनि मार्ग को नहीं ढक रहा है, जो सामान्य और सुरक्षित माना जाता है।
प्लासेंटा वह अंग है जो माता और शिशु के बीच संचार माध्यम के रूप में कार्य करता है, भ्रूण को पोषण पहुंचाने और अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
'अप्पर सेगमेंट' गर्भाशय के ऊपरी भाग को सूचित करता है, जिसमें अक्सर प्लासेंटा स्थित होता है।
यह गर्भाशय के अंदर एक अंग है जो भ्रूण को पोषण पहुंचाता है।
अंतीरियर सामने स्थित होता है जबकि पोस्टीरियर पीछे स्थित होता है।
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