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अगर आप IVF या फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के ऑप्शंस एक्सप्लोर कर रहे हो, तो आपने ICSI का नाम ज़रूर सुना होगा। लेकिन ये ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection) कब इन्वेंट हुआ और पहली बार कब यूज़ किया गया? चलिए, सीधे पॉइंट पर आते हैं—बात को घुमा-फिरा के नहीं, डायरेक्टली आपको बताते हैं!
ICSI एक ब्रेकथ्रू इन्वेंशन था फर्टिलिटी के फील्ड में। ये 1992 में Gianpiero Palermo और उनकी टीम ने इन्वेंट किया था। Palermo, जो कि Vrije Universiteit Brussel, Belgium में काम कर रहे थे, उन्होंने इस टेक्नीक को डिवेलप किया था ताकि मेल इंफर्टिलिटी के सीवियर केसेज़ में हेल्प मिल सके। मकसद था कि एक सिंगल स्पर्म को सीधे एग में इंजेक्ट किया जाए ताकि फर्टिलाइज़ेशन हो सके। 💉
ICSI के पहले, बहुत से कपल्स जिनको मेल इंफर्टिलिटी की प्रॉब्लम थी, उनके पास लिमिटेड ऑप्शंस थे। लेकिन ICSI के आने से, अचानक से उम्मीद जागी कि लो स्पर्म काउंट या मोटिलिटी में भी सक्सेसफुल प्रेगनेंसी हो सकती है।
ICSI का पहला सक्सेसफुल यूज़ भी 1992 में ही हुआ था, इसके इन्वेंशन के कुछ समय बाद। ये प्रोसीजर IVF का ही पार्ट था, लेकिन एक ट्विस्ट के साथ—सिर्फ एक स्पर्म की ज़रूरत थी, जिसे डायरेक्टली एग में इंजेक्ट किया जाता था। ICSI के ज़रिए पहला बच्चा पैदा होना मेडिकल हिस्ट्री में एक लैंडमार्क इवेंट था, जिसने ये साबित किया कि ये मेथड उन कपल्स की हेल्प कर सकता है जिनके लिए और कोई मेथड काम नहीं कर रहा था।
ये फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स में एक टर्निंग पॉइंट था, जिसने दुनियाभर में अनगिनत कपल्स के लिए दरवाज़े खोल दिए। इसके पहले यूज़ के बाद से, ICSI एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर बन चुका है, खासतौर पर मेल इंफर्टिलिटी के केसेज़ में।
ICSI को अक्सर फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स में एक गेम-चेंजर माना जाता है क्योंकि ये मेल इंफर्टिलिटी को ऐसे तरीके से अड्रेस करता है जो पहले मुमकिन नहीं था। यहां जानिए क्यों ये खास है:
1. स्पर्म को मेल पार्टनर या डोनर से कलेक्ट किया जाता है।
2. एक सिंगल स्पर्म को सिलेक्ट करके डायरेक्टली एग में इंजेक्ट किया जाता है।
3. फर्टिलाइज़ एग को फिर से यूटरस में प्लेस किया जाता है, बिल्कुल वैसे ही जैसे ट्रेडिशनल IVF साइकिल में होता है।
ICSI, जो 1992 में इन्वेंट हुआ और पहली बार यूज़ किया गया, ने फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स में एक क्रांति ला दी, खासकर उन कपल्स के लिए जो सीवियर मेल इंफर्टिलिटी का सामना कर रहे थे। ये एक पावरफुल टूल है जो आज भी फैमिली को बढ़ाने में मदद कर रहा है। इंडिया IVF फर्टिलिटी में, हम इस ग्राउंडब्रेकिंग प्रोसीजर को अपने पेशेंट्स को ऑफर करके गर्व महसूस करते हैं, ताकि उन्हें बेस्ट फर्टिलिटी ट्रीटमेंट्स मिल सकें।
ICSI को Gianpiero Palermo और उनकी टीम ने 1992 में इन्वेंट किया था।
ICSI को पहली बार सक्सेसफुली 1992 में यूज़ किया गया था, उसी साल जब इसे इन्वेंट किया गया था।
ICSI मेल इंफर्टिलिटी के सीवियर केसेज़ को अड्रेस करता है, जिसमें एक सिंगल स्पर्म को एग में डायरेक्टली इंजेक्ट करके फर्टिलाइज़ेशन की चांसेस बढ़ाई जाती हैं।
ICSI की सक्सेस रेट्स काफी हाई हैं, खासकर जब इसे IVF के साथ यूज़ किया जाता है, जो कपल्स के लिए एक पसंदीदा मेथड है।
हां, आज ICSI एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर बन चुका है फर्टिलिटी क्लिनिक्स में दुनियाभर में।
At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.