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ओवरीयन सिस्ट

ओवरीयन सिस्ट कैसे बनता है: आसान भाषा में समझें

| 03 Sep 2024 | 12512 Views |

ओवरीयन सिस्ट कैसे बनता है: आसान भाषा में समझें

कभी सोचा है कि ओवरीयन सिस्ट (Ovarian Cyst) कैसे बनता है? आप अकेले नहीं हैं। ओवरीयन सिस्ट काफ़ी आम हैं, लेकिन समझना कि ये कैसे बनते हैं, आपको यह जानने में मदद कर सकता है कि कब डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। चलिए, इसे आसान और सामान्य भाषा में समझते हैं—कोई मुश्किल मेडिकल बातें नहीं, बस वही जानकारी जो आपको समझनी चाहिए।

ओवरीयन सिस्ट क्या है?

सबसे पहले, ओवरीयन सिस्ट होता क्या है? ओवरीयन सिस्ट एक फ्लूइड से भरी थैली होती है जो एक महिला की ओवरी (अंडाशय) के ऊपर या अंदर बनती है। ये सिस्ट अक्सर हानिरहित होते हैं और बिना किसी लक्षण के खुद ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ सिस्ट बड़े हो सकते हैं या समस्याएं पैदा कर सकते हैं, इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि ये कैसे बनते हैं।

ओवरीयन सिस्ट कैसे बनता है

तो, ओवरीयन सिस्ट बनता कैसे है? यह इस बात पर निर्भर करता है कि सिस्ट किस प्रकार का है। चलिए इसे आसान भाषा में समझते हैं:

फंक्शनल सिस्ट और उनका निर्माण

सबसे आम प्रकार के ओवरीयन सिस्ट को फंक्शनल सिस्ट (Functional Cysts) कहते हैं। ये आपके मासिक चक्र (Menstrual Cycle) का हिस्सा होते हैं। यहां जानें कि ये कैसे बनते हैं:

1. फोलिक्यूलर सिस्ट (Follicular Cysts): एक सामान्य मासिक चक्र में, ओवरी एक अंडा छोड़ती है जिसे ओव्यूलेशन (Ovulation) कहते हैं। यह अंडा एक छोटे से थैले, जिसे फॉलिकल (Follicle) कहते हैं, में बढ़ता है। आमतौर पर, फॉलिकल अंडा छोड़ने के लिए फट जाता है। लेकिन कभी-कभी, फॉलिकल नहीं फटता और बढ़ता रहता है, जिससे फोलिक्यूलर सिस्ट बन जाता है।

2. कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus Luteum Cysts): अंडा छोड़ने के बाद, खाली फॉलिकल थैली आमतौर पर सिकुड़ जाती है और गायब हो जाती है। लेकिन अगर यह थैली सिकुड़ने के बजाय फ्लूइड से भर जाती है, तो यह कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट बन जाता है।

पैथोलॉजिकल सिस्ट और उनके कारण

पैथोलॉजिकल सिस्ट (Pathological Cysts) कम आम होते हैं लेकिन ये अधिक गंभीर हो सकते हैं। ये सिस्ट असामान्य सेल ग्रोथ के कारण होते हैं और ये मासिक चक्र से संबंधित नहीं होते। यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

  • डर्मोइड सिस्ट (Dermoid Cysts): ये उन सेल्स से बनते हैं जो अंडे का निर्माण करते हैं और इनमें बाल, त्वचा, या दांत जैसी विभिन्न प्रकार की टिश्यू हो सकती है। ये आमतौर पर बेनाइन (Benign) होते हैं लेकिन बड़े हो सकते हैं और असुविधा पैदा कर सकते हैं।
  • एंडोमेट्रोमास (Endometriomas): ये सिस्ट एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis) से जुड़े होते हैं, जो एक स्थिति है जिसमें गर्भाशय के अंदर की लाइनिंग टिश्यू बाहर बढ़ने लगती है, अक्सर ओवरी को प्रभावित करती है। इससे ब्लड से भरे सिस्ट बन सकते हैं।
  • सिस्टेडेनोमा (Cystadenomas): ये वाटरी या म्यूकस मटेरियल से भरे होते हैं और ओवरी की सतह पर बन सकते हैं। ये आमतौर पर बेनाइन होते हैं लेकिन बड़े हो सकते हैं।

ओवरीयन सिस्ट बनने के कारण

कुछ फैक्टर्स ऐसे होते हैं जो यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपके ओवरी में सिस्ट बनेगा या नहीं। यहां कुछ आम कारण दिए गए हैं:

  • हार्मोनल इंबैलेंस (Hormonal Imbalances): अगर आपके हार्मोन्स असंतुलित हैं, तो यह आपके ओव्यूलेशन को प्रभावित कर सकता है और सिस्ट बनने का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था (Pregnancy): कभी-कभी, गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में एक सिस्ट बनता है जो प्लेसेंटा (Placenta) बनने तक गर्भावस्था को सपोर्ट करता है।
  • एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis): जिन महिलाओं को एंडोमेट्रिओसिस है, उनमें सिस्ट बनने की संभावना अधिक होती है।
  • पिछले ओवरीयन सिस्ट: अगर आपको पहले ओवरीयन सिस्ट हो चुके हैं, तो आपके फिर से सिस्ट बनने की संभावना अधिक होती है।
  • पेल्विक एरिया में इंफेक्शन (Infections): गंभीर इंफेक्शन भी सिस्ट बनने का कारण बन सकते हैं।

इन कारणों को समझकर आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं और ज़रूरत पड़ने पर अपने हेल्थकेयर प्रोवाइडर से सलाह ले सकते हैं।

निष्कर्ष

तो, अब आप जान गए कि ओवरीयन सिस्ट कैसे बनता है और कौन से फैक्टर्स इसके बनने में योगदान कर सकते हैं। जबकि ज्यादातर ओवरीयन सिस्ट हानिरहित होते हैं, यह समझना कि ये कैसे बनते हैं, आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रख सकता है। अगर कभी आपको लक्षण महसूस हों या कोई चिंता हो, तो हेल्थकेयर प्रोफेशनल से संपर्क करने में हिचकिचाएं नहीं। नियमित चेक-अप्स और अपने शरीर में होने वाले बदलावों के प्रति जागरूक रहना ही आपकी भलाई का राज़ है। स्वस्थ रहें!

ओवरीयन सिस्ट के बनने के बारे में FAQs

हालांकि तनाव सीधे तौर पर ओवरीयन सिस्ट का कारण नहीं होता, लेकिन यह हार्मोनल इंबैलेंस को जन्म दे सकता है जिससे सिस्ट बनने का खतरा बढ़ सकता है।

ओवरीयन सिस्ट के अनुवांशिक होने का कोई सीधा प्रमाण नहीं है, लेकिन एंडोमेट्रिओसिस जैसी स्थितियों का एक जनेटिक लिंक हो सकता है, जिससे सिस्ट बनने की संभावना बढ़ सकती है।

हाँ, हार्मोनल बर्थ कंट्रोल आपके मासिक चक्र को नियंत्रित करके नए सिस्ट बनने से रोक सकता है और ओव्यूलेशन को भी रोकता है।

संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव प्रबंधन से हार्मोन्स को संतुलित रखा जा सकता है, जिससे सिस्ट बनने का खतरा कम हो सकता है। नियमित चेक-अप भी ज़रूरी हैं ताकि कोई समस्या समय पर पकड़ी जा सके।

नहीं, बहुत सारे ओवरीयन सिस्ट बिना इलाज के खुद ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर सिस्ट लक्षण पैदा कर रहा हो या बड़ा हो, तो डॉक्टर इलाज की सलाह दे सकते हैं।

About The Author
Dr. Richika Sahay

MBBS (Gold Medalist), DNB (Obst & Gyne), MNAMS, MRCOG (London-UK), Fellow IVF, Fellow MAS, Infertility (IVF) Specialist & Gynae Laparoscopic surgeon,[Ex AIIMS & Sir Gangaram Hospital, New Delhi]. Read more

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