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सीधे बात करते हैं – अगर आपका AMH (AntiMüllerian Hormone) लेवल लो है और आप सोच रही हैं कि क्या एग फ्रीजिंग (Egg Freezing) का ऑप्शन आपके लिए है या नहीं, तो टेंशन मत लीजिए! बहुत सी महिलाएं इस सिचुएशन का सामना करती हैं। हां, AMH का लो होना बताता है कि आपके ओवरीज़ में कम अंडाणु (Eggs) बचे हैं, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि आप एग फ्रीजिंग नहीं करा सकतीं। ये मुश्किल जरूर हो सकता है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
AMH एक हार्मोन है जो ओवरीज़ में बनता है और ये डॉक्टर्स को आपके ओवेरियन रिज़र्व (Ovarian Reserve) यानी कितने अंडाणु बचे हैं, ये समझने में मदद करता है। अगर AMH लेवल हाई है, तो इसका मतलब आपके पास ज़्यादा अंडाणु हैं। लेकिन अगर AMH लो है, तो इसका मतलब आपके अंडाणु कम बचे हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! लो AMH का मतलब ये नहीं कि आप एग फ्रीज नहीं कर सकतीं, इसका मतलब बस ये है कि प्रॉसेस थोड़ा अलग हो सकता है।
लो AMH के साथ एग फ्रीजिंग के बारे में सोचते वक्त कई महिलाओं के मन में सवाल आता है – “क्या ये पॉसिबल है?”। हां, लो AMH लेवल का मतलब है कि आपके ओवेरियन रिज़र्व कम हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप एग फ्रीज नहीं करा सकतीं। इंडिया IVF Fertility में हमने कई महिलाओं की मदद की है जिन्होंने लो AMH के साथ भी अपने अंडाणु फ्रीज कराए हैं।
एग फ्रीजिंग का प्रोसेस लो AMH के साथ भी नॉर्मल एग फ्रीजिंग जैसा ही होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि आपका शरीर हार्मोन स्टिमुलेशन (Hormone Stimulation) पर कैसे रेस्पॉन्ड करता है।
प्रोसेस के स्टेप्स:
1.ओवेरियन स्टिमुलेशन: हार्मोन इंजेक्शन (Hormone Injection) दिए जाते हैं जिससे ओवरीज़ ज़्यादा अंडाणु प्रोड्यूस करें। लो AMH में आपकी ओवरीज़ को ज़्यादा हार्मोन की जरूरत हो सकती है।
2.मॉनिटरिंग (Monitoring): स्टिमुलेशन के दौरान ब्लड टेस्ट और अल्ट्रासाउंड से आपकी प्रोग्रेस मॉनिटर की जाती है।
3.अंडाणु निकालना (Egg Retrieval): जब अंडाणु मैच्योर हो जाते हैं, तो उन्हें एक छोटी सी प्रक्रिया से निकाला जाता है।
4.फ्रीजिंग (Freezing): अंडाणुओं को निकाला जाने के बाद एक खास तापमान पर फ्रीज किया जाता है ताकि वो भविष्य के लिए सुरक्षित रहें।
आप सोच रही होंगी किक्या लो AMH के साथ एग फ्रीजिंग कराना सही है? इसका सीधा जवाब है –हां!। भले ही आपको उतने अंडाणु ना मिलें जितने हाई AMH वाली महिलाओं को मिलते हैं, लेकिन हर अंडाणु कीमती है। आज अगर आप अपने अंडाणु फ्रीज कराती हैं, तो ये आपके फ्यूचर की फैमिली प्लानिंग में काम आ सकते हैं।
लो AMH के साथ एग फ्रीजिंग मुश्किल लग सकता है, लेकिन ये पूरी तरह से मुमकिन है। अगर आप इसे लेकर कन्फ्यूज़ हैं, तो इंडिया IVF Fertility के एक्सपर्ट्स से सलाह लें। वो आपकी फर्टिलिटी को बचाने का बेस्ट तरीका बताएंगे और आपको सही गाइडेंस देंगे ताकि आप अपनी फैमिली प्लानिंग पर खुद का कंट्रोल रख सकें।
हां, लो AMH के बावजूद आप एग फ्रीजिंग करा सकती हैं। प्रोसेस थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन मुमकिन है।
लो AMH का मतलब है कि हर साइकिल में कम अंडाणु निकल सकते हैं। लेकिन अगर अंडाणुओं की क्वालिटी अच्छी है, तो फ्यूचर में प्रेगनेंसी के चांस बेहतर रहते हैं। ज़्यादा साइकिल की जरूरत हो सकती है, लेकिन सफलता मुमकिन है।
लो AMH के साथ एग फ्रीजिंग में कई बार ज़्यादा साइकिल्स की जरूरत होती है, जिससे खर्चा बढ़ सकता है। लेकिन फर्टिलिटी को सुरक्षित रखने के फायदों को देखते हुए ये ऑप्शन बहुत सारी महिलाओं के लिए वर्थ है। इंडिया IVF Fertility में कस्टमाइज्ड ट्रीटमेंट प्लान मिलते हैं जो इस प्रोसेस को अफोर्डेबल बनाते हैं।
At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.