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ओवरीयन सिस्ट—सुनते ही डर लगता है, है ना? पर क्या वाकई में ये खतरनाक होते हैं? चलिए, इसे सरल भाषा में समझते हैं। हम बात करेंगे कि ओवरीयन सिस्ट क्या होते हैं, कब खतरनाक हो सकते हैं, और इनके इलाज के तरीके क्या हैं।
ओवरीयन सिस्ट (Ovarian Cysts) वो फ्लूइड से भरी थैलियाँ होती हैं जो ओवरी (अंडाशय) के ऊपर या अंदर बन सकती हैं। ये काफी आम हैं, खासकर उन महिलाओं में जो अभी मेनोपॉज नहीं हुई हैं। ज़्यादातर समय, ये सिस्ट हानिरहित होते हैं और खुद ही ठीक हो जाते हैं।
ओवरीयन सिस्ट के कई प्रकार होते हैं, लेकिन चलिए इसे आसान बनाते हैं:
1. फोलिक्यूलर सिस्ट (Follicular Cysts): ये तब बनते हैं जब फोलिक्यूल (फॉलिकल) टूटकर अंडा नहीं छोड़ पाता। ये आमतौर पर हानिरहित होते हैं और कुछ महीने में गायब हो जाते हैं।
2. कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus Luteum Cysts): ये तब बनते हैं जब फॉलिक्यूल अंडा छोड़ने के बाद बंद हो जाता है बजाय इसके कि वह घुल जाए। फिर से, ये आमतौर पर समस्या नहीं होते।
3. डर्मोइड सिस्ट (Dermoid Cysts): इनमें बाल या त्वचा जैसी टिश्यू हो सकती हैं, और ये आमतौर पर बेनाइन होते हैं।
4. एंडोमेट्रोमास (Endometriomas): ये सिस्ट एंडोमेट्रिओसिस से जुड़े होते हैं और दर्द तथा प्रजनन समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
5. सिस्टेडेनोमा (Cystadenomas): ये बड़े हो सकते हैं और असुविधा पैदा कर सकते हैं, कभी-कभी इन्हें सर्जरी से निकालना पड़ता है।
ज़्यादातर ओवरीयन सिस्ट हानिरहित होते हैं और कोई लक्षण नहीं दिखाते। लेकिन कुछ परिस्थितियों में ये खतरनाक हो सकते हैं:
बहुत सारे ओवरीयन सिस्ट बिना किसी समस्या के खत्म हो जाते हैं, लेकिन कुछ लक्षण होते हैं जो बता सकते हैं कि कुछ गलत है:
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से मिलना चाहिए।
डॉक्टर ओवरीयन सिस्ट की पहचान के लिए कुछ तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं:
तो, अगर आपके पास खतरनाक सिस्ट है, तो इलाज कैसा होगा? इलाज का तरीका सिस्ट के प्रकार, आकार, उम्र, और लक्षणों पर निर्भर करता है:
तो, क्या ओवरीयन सिस्ट खतरनाक हैं? ज़्यादातर समय, नहीं। लेकिन, जानकारी रखना और लक्षणों पर ध्यान देना ज़रूरी है ताकि कोई समस्या हो तो जल्दी पहचान हो सके। नियमित चेक-अप से किसी भी समस्या को समय रहते पकड़ा जा सकता है। अगर आपको कभी संदेह हो, तो डॉक्टर से संपर्क करने में हिचकिचाएं नहीं। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें!
हाँ, कुछ प्रकार के सिस्ट, जैसे एंडोमेट्रोमास, प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं, तो डॉक्टर से चर्चा करना ज़रूरी है।
ज़्यादातर ओवरीयन सिस्ट बेनाइन होते हैं और कैंसरस नहीं होते। लेकिन, मेनोपॉज के बाद की महिलाओं में रिस्क ज्यादा होता है, इसलिए नियमित चेक-अप महत्वपूर्ण हैं।
इलाज सिस्ट के प्रकार और आकार पर निर्भर करता है। इसमें वॉचफुल वेटिंग से लेकर सर्जरी तक शामिल हो सकता है।
सिस्ट सूजन पैदा कर सकते हैं, जिससे वजन बढ़ा हुआ महसूस हो सकता है, लेकिन ये असल में वजन बढ़ाने का कारण नहीं बनते।
अगर आपको तेज दर्द, अचानक सूजन, या कोई भी चिंताजनक लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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