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लो AMH लेवल के कारण गर्भधारण में समस्या हो रही है? India IVF Fertility आपके लिए बेस्ट समाधान प्रदान करता है। हमारे अनुभवी डॉक्टर और आधुनिक तकनीक आपकी प्रजनन यात्रा को सफल बनाने के लिए तत्पर हैं। आइए जानें कैसे हम आपकी मदद कर सकते हैं।
लो AMH (Anti-Müllerian Hormone) लेवल का मतलब है कि अंडाशय में अंडाणु की संख्या कम है। यह महिला की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
1. प्रारंभिक परामर्श: डॉक्टर से प्रारंभिक परामर्श और परीक्षण।
2. अंडाणु उत्तेजना: अंडाणु उत्पादन को उत्तेजित करने के लिए दवाएं।
3. अंडाणु संग्रहण: अंडाणु को अंडाशय से निकाला जाता है।
4. फर्टिलाइजेशन: अंडाणु और शुक्राणु का मिलन।
5. एम्ब्रियो ट्रांसफर: निषेचित भ्रूण को गर्भाशय में रखा जाता है।
6. प्रेग्नेंसी टेस्ट: प्रक्रिया के दो सप्ताह बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट।
अगर महिला के अंडाणु पर्याप्त नहीं हैं, तो अंडाणु दान एक विकल्प हो सकता है।
DHEA सप्लीमेंट्स अंडाणु की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद कर
लो AMH को बेहतर बनाने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी महत्वपूर्ण है।
India IVF Fertility में, हम ओवेरियन PRP थेरेपी प्रदान करते हैं जो लो AMH वाली महिलाओं के लिए एक उन्नत ट्रीटमेंट है। इस प्रक्रिया में, मरीज के खुद के खून से प्लाज्मा निकालकर उसे अंडाशय में इंजेक्ट किया जाता है। यह अंडाणु की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है।
ओवेरियन स्टेम सेल थेरेपी एक नवीनतम और उन्नत ट्रीटमेंट है, जिसमें स्टेम सेल्स को अंडाशय में इंजेक्ट किया जाता है। यह अंडाणु उत्पादन को प्रोत्साहित करता है और प्रजनन क्षमता में सुधार लाता है।
India IVF Fertility, दिल्ली NCR में बेस्ट लो AMH ट्रीटमेंट IVF सेंटर के रूप में आपकी प्रजनन समस्याओं का समाधान प्रदान करता है। हमारी उन्नत तकनीक और विशेषज्ञता के साथ, हम आपके गर्भधारण के सपने को साकार करने में मदद कर सकते हैं। हमारी टीम से संपर्क करें और अपने प्रजनन यात्रा को शुरू करें।
इस लेख के माध्यम से हमने लो AMH ट्रीटमेंट और IVF प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। यदि आपके पास कोई और प्रश्न हैं, तो कृपया India IVF Fertility से संपर्क करें।
हाँ, लो AMH का इलाज संभव है और कई तरीके हैं जिनसे इसे बेहतर किया जा सकता है, जैसे ओवेरियन PRP और स्टेम सेल थेरेपी।
ओवेरियन PRP थेरेपी में मरीज के खून से प्लाज्मा निकालकर अंडाशय में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे अंडाणु की गुणवत्ता और संख्या बढ़ती है।
ओवेरियन स्टेम सेल थेरेपी अंडाणु उत्पादन को प्रोत्साहित करती है और अंडाशय की कार्यक्षमता में सुधार लाती है, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ती है।
IVF प्रक्रिया की सफलता दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे महिला की उम्र, अंडाणु की गुणवत्ता, और प्रयोगशाला की तकनीक। India IVF Fertility में हमारी सफलता दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
हाँ, ये दोनों थेरेपी सुरक्षित हैं और बहुत से रोगियों पर सफलतापूर्वक लागू की जा चुकी हैं।
लो AMH के कारणों में उम्र बढ़ना, आनुवांशिक कारण, पूर्व गर्भधारण विफलता, और कैंसर उपचार शामिल हैं।
हाँ, लो AMH की समस्या सिर्फ महिलाओं में होती है क्योंकि यह अंडाणु की संख्या और गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
हाँ, अगर महिला के अंडाणु पर्याप्त नहीं हैं, तो अंडाणु दान एक सफल विकल्प हो सकता है।
India IVF Fertility दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, श्रीनगर, ग्वालियर और गाजियाबाद में स्थित है।
हाँ, लो AMH के साथ भी IVF सफल हो सकता है, विशेषकर जब सही ट्रीटमेंट और तकनीक का उपयोग किया जाए।
At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.