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आपके मन में ये सवाल ज़रूर आया होगा, कि एग फ्रीज़िंग (Egg Freezing) और एम्ब्रियो फ्रीज़िंग (Embryo Freezing) में क्या फर्क है और कौन सा बेहतर है। अगर आप अपने फर्टिलिटी (fertility) को प्रिज़र्व (preserve) करना चाहते हैं, तो ये जानना ज़रूरी है कि इन दोनों के बीच क्या अंतर है और उनकी सफलता दर कैसी है।
India IVF Fertility क्लिनिक्स जो दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, गाज़ियाबाद और श्रीनगर में हैं, इस आर्टिकल के ज़रिए आपको आसान भाषा में समझाने की कोशिश कर रहे हैं। तो चलिए, शुरू करते हैं!
सफलता दर की बात करने से पहले ये समझते हैं कि एग फ्रीज़िंग और एम्ब्रियो फ्रीज़िंग में क्या अंतर है।
एग फ्रीज़िंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिला के अंडों (eggs) को निकाला जाता है और बिना फर्टिलाइज़ (fertilize) किए फ्रीज़ कर दिया जाता है। जब आप भविष्य में माँ बनने के लिए तैयार होंगी, तो इन अंडों को डीफ्रॉस्ट (defrost) करके फर्टिलाइज़ किया जाएगा और फिर आपके गर्भाशय (uterus) में ट्रांसफर (transfer) किया जाएगा।
एम्ब्रियो फ्रीज़िंग थोड़ा अलग है। इसमें अंडों को निकाला जाता है और तुरंत ही स्पर्म (sperm) के साथ फर्टिलाइज़ किया जाता है ताकि एम्ब्रियो (embryo) बन सके। फिर उस एम्ब्रियो को फ्रीज़ कर दिया जाता है और जब आप माँ बनने के लिए तैयार होंगी, तब उसे गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाएगा।
कुछ जरूरी बातें:
एग फ्रीज़िंग में अंडे फ्रीज़ होते हैं, जो कि फर्टिलाइज़ नहीं किए गए होते।
एम्ब्रियो फ्रीज़िंग में फर्टिलाइज़ किए हुए एम्ब्रियो को फ्रीज़ किया जाता है।
अब बात करते हैं असली मुद्दे की: सफलता दर। क्योंकि अगर आप फर्टिलिटी प्रिज़र्व करने की सोच रहे हैं, तो आपकी सफलता दर सबसे पहले जानने की इच्छा होती है।
एम्ब्रियो का फ्रीज़ और डीफ्रॉस्टिंग के बाद ज़्यादा अच्छा सर्वाइवल (survival) रहता है, इसी वजह से एम्ब्रियो फ्रीज़िंग की सफलता दर ज़्यादा होती है।
यहां हम दोनों प्रक्रियाओं के फायदे और नुकसान बताते हैं, ताकि आप अपना सही फैसला कर सकें।
फायदे:
नुकसान:
फायदे:
नुकसान:
उम्र का असर एग और एम्ब्रियो फ्रीज़िंग की सफलता दर पर सीधा पड़ता है। जितनी कम उम्र में आप ये प्रोसेस करवाती हैं, उतनी ज़्यादा आपके सफल गर्भवती (pregnancy) होने की संभावना रहती है।
35 साल से कम उम्र की महिलाओं में सबसे ज़्यादा सफलता दर होती है क्योंकि इस उम्र में अंडों की गुणवत्ता और मात्रा दोनों ही बेहतर होती हैं। उम्र बढ़ने के साथ, अंडों की फर्टिलाइज़ होने और स्वस्थ गर्भवती होने की संभावना घट जाती है।
अगर आप अभी स्पर्म के साथ फर्टिलाइज़ नहीं करना चाहतीं, तो एग फ्रीज़िंग आपको फ्यूचर में निर्णय लेने का समय देती है। वहीं अगर आप स्पर्म डोनर या पार्टनर के साथ फर्टिलाइज़ेशन के लिए तैयार हैं, तो एम्ब्रियो फ्रीज़िंग आपको ज़्यादा सफलता दिला सकता है।
India IVF Fertility में हमारे विशेषज्ञ हर दिन महिलाओं को फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन के बारे में जागरूक करने का काम करते हैं। हमारी टीम आपको सही जानकारी देकर आपकी मदद करेगी, ताकि आप अपनी परिस्थितियों के अनुसार सही फैसला ले सकें।
एग फ्रीज़िंग और एम्ब्रियो फ्रीज़िंग दोनों ही बेहतरीन फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन तकनीक हैं, लेकिन दोनों के उद्देश्य और सफलता दर अलग-अलग हैं। एम्ब्रियो फ्रीज़िंग की सफलता दर ज़्यादा है, लेकिन एग फ्रीज़िंग आपको भविष्य में फर्टिलाइजेशन का विकल्प देती है। सही जानकारी और विशेषज्ञ की सलाह के साथ, आप अपने फर्टिलिटी जर्नी के लिए सही निर्णय ले सकते हैं।
ये पूरी तरह आपकी परिस्थिति पर निर्भर करता है। अगर आप अभी स्पर्म डोनर या पार्टनर के साथ फर्टिलाइज़ेशन नहीं करवाना चाहतीं, तो एग फ्रीज़िंग बेहतर ऑप्शन है। लेकिन अगर आपके पास पार्टनर या डोनर है और आप ज़्यादा सफलता चाहती हैं, तो एम्ब्रियो फ्रीज़िंग बेहतर है।
नहीं, दोनों ही तरीके आपकी प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ाते हैं लेकिन किसी भी प्रोसेस से प्रेग्नेंसी की 100% गारंटी नहीं होती।
हाँ, अगर आपने अंडे पहले से फ्रीज़ किए हुए हैं, तो उन्हें भविष्य में फर्टिलाइज़ करके एम्ब्रियो बनाया जा सकता है।
At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.