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आजकल कई महिलाएं अलग-अलग कारणों से अपने करियर, एजुकेशन या पर्सनल चॉइस के चलते प्रेग्नेंसी को डिले करना चाहती हैं। ऐसे में एग फ्रीज़िंग (egg freezing) एक बेस्ट ऑप्शन बन गया है। लेकिन इसमें सबसे जरूरी चीज़ है कि आपके एग्स को सही टेम्परेचर (temperature) पर रखा जाए।
इंडिया आईवीएफ फर्टिलिटी (India IVF Fertility) में, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि एग्स को एकदम सही टेम्परेचर पर रखा जाए ताकि जब आप उन्हें फ्यूचर में यूज़ करें, तो वो अच्छे से काम करें।
चलिए समझते हैं कि एग फ्रीज़िंग में सही टेम्परेचर कैसे काम करता है और क्यों ये इतना ज़रूरी है।
एग फ्रीज़िंग (Egg freezing) एक प्रोसेस है जिसमें महिलाओं के एग्स (oocytes) को निकाला जाता है, फिर उन्हें फ्रीज़ किया जाता है और भविष्य के लिए स्टोर किया जाता है।
सफल एग फ्रीज़िंग के लिए सही टेम्परेचर पर एग्स को स्टोर करना बहुत जरूरी होता है।
एग्स को एकदम सही टेम्परेचर पर फ्रीज़ किया जाता है ताकि वो लंबे समय तक खराब न हों। एग्स को फ्रीज़ करने के लिए बहुत ही लो क्रायोजेनिक टेम्परेचर (cryogenic temperature) की जरूरत होती है।
एग्स को आमतौर पर -196°C पर फ्रीज़ किया जाता है, लिक्विड नाइट्रोजन (liquid nitrogen) का उपयोग करके।
यह टेम्परेचर बहुत जरूरी है ताकि एग्स की स्ट्रक्चर (structure) बरकरार रहे और अंदर बर्फ के क्रिस्टल (ice crystals) न बनें। अगर क्रिस्टल बन जाते हैं, तो एग्स को जब बाद में यूज़ करने के लिए डीफ़्रॉस्ट (thaw) किया जाता है, तो वो खराब हो सकते हैं।
एग्स को फ्रीज़ करने से पहले, महिलाओं के ओवरीज़ (ovaries) से एग्स निकाले जाते हैं। फिर उन्हें दो तरीकों में से एक से फ्रीज़ किया जाता है:
1. स्लो फ्रीज़िंग (Slow Freezing): पहले पुराने समय में एग्स को धीरे-धीरे ठंडा करके फ्रीज़ किया जाता था।
2. विट्रिफिकेशन (Vitrification): यह नई टेक्नोलॉजी है जिसमें एग्स को तेजी से फ्रीज़ किया जाता है, ताकि बर्फ के क्रिस्टल न बनें। आजकल ज्यादातर यही तरीका यूज़ किया जाता है क्योंकि इससे एग्स को डीफ़्रॉस्ट करने पर ज्यादा अच्छे रिजल्ट्स मिलते हैं।
फ्रीज़ होने के बाद, एग्स को कई सालों तक स्टोर किया जा सकता है, और वो खराब नहीं होते, अगर उन्हें सही टेम्परेचर पर रखा जाए।
अगर एग्स को एकदम सही टेम्परेचर (cryogenic temperature -196°C) पर रखा जाए, तो उनकी क्वालिटी लंबे समय तक बरकरार रहती है। इसलिए टेम्परेचर का सही होना बहुत जरूरी है।
1. सटीक टेम्परेचर कंट्रोल: जरा भी टेम्परेचर में बदलाव एग्स को नुकसान पहुंचा सकता है।
2. उन्नत लैब इक्विपमेंट: इससे फ्रीज़िंग प्रोसेस सही रहता है।
3. अनुभवी फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट: इंडिया आईवीएफ फर्टिलिटी में हमारे एक्सपर्ट्स एग्स की क्वालिटी को बरकरार रखते हैं।
India IVF Fertility में हम अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट का इस्तेमाल करते हैं ताकि एग्स को सही टेम्परेचर पर फ्रीज़ किया जाए। हमारे अनुभवी फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट्स यह सुनिश्चित करते हैं कि एग्स की देखभाल बेहतरीन तरीके से हो, ताकि आपको अपने फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन के बारे में चिंता न हो।
इंडिया आईवीएफ फर्टिलिटी में एग फ्रीज़िंग प्रोसेस कुछ इस प्रकार होता है:
1. कंसल्टेशन: सबसे पहले हमारे फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट्स से मिलें और अपनी जरूरतों पर चर्चा करें।
2. ओवेरियन स्टिमुलेशन: हार्मोन्स की मदद से ओवरीज़ से कई एग्स निकाले जाते हैं।
3. एग रिट्रीवल: एक छोटे प्रोसीजर के बाद एग्स को निकाला जाता है।
4. विट्रिफिकेशन: एग्स को -196°C पर तेजी से फ्रीज़ किया जाता है।
5. स्टोरेज: एग्स को हमारी क्रायोजेनिक फैसिलिटी में फ्यूचर के लिए सुरक्षित रखा जाता है।
यह निर्णय लेना कि आपको एग फ्रीज़िंग कराना चाहिए या नहीं, एक पर्सनल चॉइस है। लेकिन यह एक प्रोएक्टिव तरीका है जिससे आप अपनी फर्टिलिटी को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकती हैं। एग फ्रीज़िंग उन महिलाओं के लिए खासतौर पर फायदेमंद हो सकता है जो:
एग फ्रीज़िंग एक बेहद महत्वपूर्ण तकनीक है जो महिलाओं को यह निर्णय लेने की आज़ादी देती है कि वे कब फैमिली प्लानिंग करना चाहती हैं। इसमें सबसे ज़रूरी चीज़ है एग फ्रीज़िंग टेम्परेचर। सही टेम्परेचर पर एग्स को फ्रीज़ करने से उनकी क्वालिटी बरकरार रहती है, ताकि आप जब चाहें उनका इस्तेमाल कर सकें।
इंडिया आईवीएफ फर्टिलिटी में हम आपको इस प्रक्रिया को सुरक्षित और प्रभावी ढंग से करने में मदद करते हैं। चाहे आप अपने पर्सनल कारणों से या मेडिकल जरूरतों के चलते एग्स फ्रीज़ कराना चाहती हैं, हमारा एक्सपर्ट्स का ग्रुप आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार है।
एग्स को सही टेम्परेचर पर कई सालों तक स्टोर किया जा सकता है। कई केसों में 10 साल से ज्यादा स्टोर किए गए एग्स से सफल प्रेग्नेंसी देखी गई है!
एग रिट्रीवल एक मामूली प्रोसीजर है और फ्रीज़िंग प्रोसेस आमतौर पर सेफ है। लेकिन किसी भी मेडिकल प्रोसीजर की तरह इसमें भी कुछ छोटे जोखिम हो सकते हैं, जैसे ओवेरियन स्टिमुलेशन के साइड इफेक्ट्स।
सक्सेस रेट कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है, जैसे आपकी उम्र और हेल्थ। लेकिन जब एग्स को सही टेम्परेचर पर फ्रीज़ और डीफ़्रॉस्ट किया जाता है, तो फर्टिलाइजेशन और प्रेग्नेंसी की संभावना अच्छी होती है।
At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.