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दोस्तों, जब भी हम एचआईवी (HIV) का नाम सुनते हैं, तो अक्सर डर या चिंता हो जाती है। लेकिन ये जरूरी है कि हम समझें कि आखिर एचआईवी (HIV) होता क्या है? क्या एचआईवी पॉज़िटिव (HIV Positive) का मतलब सीधा एड्स (AIDS) से है? और जो टेस्ट होता है उसे क्या कहते हैं? तो आइए, बिना किसी झंझट के, हम एचआईवी के बारे में एकदम आसान और साधारण भाषा में बात करते हैं।
एचआईवी (HIV) एक वायरस होता है जो हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम (immune system) को कमजोर कर देता है, खासकर सीडी4 (CD4) या टी सेल्स (T-cells) पर अटैक करता है। ये सेल्स हमारी बॉडी को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। अगर इसका इलाज नहीं हुआ, तो ये एड्स (AIDS) में बदल सकता है। लेकिन ध्यान रखें, हर एचआईवी पॉज़िटिव (HIV Positive) इंसान को एड्स नहीं होता। सही ट्रीटमेंट से लोग नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं।
जब कोई एचआईवी पॉज़िटिव (HIV Positive) होता है, तो इसका मतलब है कि उसके शरीर में एचआईवी वायरस (HIV Virus) मौजूद है। इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि उसे एड्स (AIDS) हो गया है। कई लोग सही इलाज से बिना एड्स के सालों तक हेल्दी रहते हैं।
एचआईवी (HIV) का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट होते हैं। इनसे वायरस या आपके शरीर की प्रतिक्रिया को देखा जाता है।
टिप: अगर आपको लगता है कि आप एचआईवी के संपर्क में आए हैं, तो बिना देर किए टेस्ट करवाएं। जल्दी पता चलने पर इलाज बेहतर होता है!
लोग अक्सर एचआईवी (HIV) और एड्स (AIDS) को एक ही मान लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। एचआईवी एक वायरस है, और एड्स तब होता है जब एचआईवी ने आपके इम्यून सिस्टम को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा दिया हो।
एचआईवी (HIV) एक रेट्रोवायरस (retrovirus) है, जो आपके शरीर की डीएनए (DNA) में घुस जाता है और इसे बदल देता है। इस वजह से इसे शरीर से पूरी तरह निकालना मुश्किल हो जाता है।
एचआईवी का फुल फॉर्म है Human Immunodeficiency Virus. ये वायरस खासकर इंसानों के इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। एक बात ध्यान रखें कि एचआईवी कैजुअल कॉन्टैक्ट जैसे हाथ मिलाने या साथ खाने से नहीं फैलता।
1. अनसेफ सेक्स: अगर आप बिना कंडोम के सेक्स करते हैं, तो एचआईवी फैलने का खतरा होता है।
2. सुई शेयर करना: ड्रग्स लेने वाले लोग जो एक ही सुई इस्तेमाल करते हैं, उन्हें एचआईवी का खतरा ज्यादा होता है।
3. माँ से बच्चे में: एचआईवी संक्रमित माँ से बच्चे में बर्थ या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान फैल सकता है।
4. ब्लड ट्रांसफ्यूज़न: जिन जगहों पर ब्लड की सही जांच नहीं होती, वहां ब्लड ट्रांसफ्यूज़न के जरिए भी एचआईवी फैल सकता है।
अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा कि एचआईवी क्या है, एचआईवी पॉज़िटिव का मतलब क्या होता है, और एचआईवी टेस्ट को क्या कहते हैं। ये वायरस भले ही गंभीर हो, लेकिन सही ट्रीटमेंट के साथ इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर आपको लगता है कि आप एचआईवी के संपर्क में आए हैं, तो बिना देर किए टेस्ट करवाएं। जल्दी पता चलने से इलाज आसान हो जाता है। खुद को सुरक्षित रखें, जानकारी रखें और हेल्दी रहें!
एचआईवी पॉज़िटिव का मतलब है कि आपके शरीर में एचआईवी वायरस है। इसका ये मतलब नहीं कि आपको एड्स हो गया है। सही इलाज के साथ लोग लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं।
एचआईवी एक वायरस है जो आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। एड्स उस वक्त होता है जब आपका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से कमजोर हो जाता है और बीमारियों से लड़ने में असमर्थ हो जाता है।
एचआईवी का टेस्ट कई तरह का होता है, जैसे एंटीबॉडी टेस्ट, एंटीजन/एंटीबॉडी टेस्ट और न्यूक्लिक एसिड टेस्ट।
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