Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
महिलाओं में HIV के लक्षण

महिलाओं में HIV के लक्षण: आपको क्या जानना चाहिए

| 14 Sep 2024 | 7067 Views |

परिचय

HIV (Human Immunodeficiency Virus) सुनते ही थोड़ा डर लगता है, है ना? लेकिन ये समझना बहुत ज़रूरी है, खासकर महिलाओं के लिए। महिलाओं में HIV के लक्षण मर्दों से अलग हो सकते हैं। सही समय पर लक्षण पहचानकर इलाज करवाना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको महिलाओं में HIV के लक्षण, और इनसे जुड़े सच को आसान भाषा में समझाएंगे। चलिए सीधे मुद्दे पर आते हैं।

महिलाओं में HIV के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

HIV के शुरुआती लक्षणों को पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन यहां कुछ ऐसे लक्षण हैं जो महिलाओं में खास तौर पर देखे जाते हैं:

  • Flu जैसे लक्षण: बुखार, गले में खराश, और बहुत ज्यादा थकावट।
  • Swollen lymph nodes: शरीर की lymph glands सूज जाती हैं, जो infection से लड़ती हैं।
  • बार-बार yeast infection: अगर बार-बार yeast infections हों, तो ये एक संकेत हो सकता है।
  • Pelvic Inflammatory Disease (PID): reproductive organs की ये infection, HIV positive महिलाओं में ज़्यादा देखने को मिलती है।
  • Periods में गड़बड़ी: माहवारी कभी भारी हो सकती है, कभी बहुत हल्की, या कभी-कभी तो गायब भी हो सकती है।

महिलाओं में HIV के लक्षण मर्दों से कैसे अलग होते हैं?

वैसे तो HIV के कुछ लक्षण मर्दों और औरतों में समान होते हैं, लेकिन महिलाओं को कुछ अलग परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:

  • Vaginal infections: बार-बार होने वाली infections, जो सामान्य से ज़्यादा गंभीर हो सकती हैं।
  • Menstrual irregularities: HIV की वजह से periods में काफी गड़बड़ी हो सकती है।
  • STD का ज़्यादा खतरा: HIV positive महिलाएं दूसरे sexually transmitted diseases (जैसे HPV) की चपेट में जल्दी आ सकती हैं, जिससे cervical cancer का खतरा बढ़ जाता है।

यह सारे लक्षण कभी-कभी आम लग सकते हैं, लेकिन अगर आपको HIV होने का खतरा हो, तो इन्हें नज़रअंदाज़ ना करें। जल्दी पता लगाना ही इलाज का सबसे अच्छा तरीका है।

HIV के advanced लक्षण क्या होते हैं?

अगर HIV का इलाज नहीं कराया जाए, तो यह शरीर की immune system को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। महिलाओं में advanced stage के कुछ लक्षण ये हो सकते हैं:

1. काफी वजन कम होना (इसे wasting syndrome भी कहते हैं)।
2. लगातार दस्त और उल्टी।
3. रात को बहुत पसीना आना।
4. Opportunistic infections जैसे tuberculosis या pneumonia।
5. Memory problems या confusion।

ध्यान दें: ये लक्षण तब दिखते हैं जब HIV AIDS में बदल जाता है। इसलिए जल्दी टेस्ट करवाना और इलाज करवाना जरूरी है!

महिलाओं में HIV का कारण क्या होता है?

HIV एक इंसान से दूसरे इंसान में कुछ खास शरीर के fluids से फैलता है, खासकर सेक्स के दौरान या needles (सुई) के शेयर करने से। महिलाओं को heterosexual sex के दौरान HIV का ज़्यादा खतरा होता है क्योंकि vaginal lining की surface area बड़ा होता है।

  • Unprotected sex: बिना protection के सेक्स HIV का सबसे आम कारण है।
  • सुई शेयर करना: यह अक्सर drugs लेने वालों में देखा जाता है।
  • मां से बच्चे को HIV: अगर मां HIV positive हो, तो बच्चा जन्म के समय या breastfeeding के दौरान HIV से संक्रमित हो सकता है।

महिलाएं HIV से कैसे बच सकती हैं?

HIV से बचने के कई तरीके हैं:

1. कंडोम का सही इस्तेमाल करें: ये HIV से बचने का सबसे असरदार तरीका है।
2. रेगुलर टेस्ट करवाएं: अगर आपको खतरा है, तो HIV का टेस्ट जरूर करवाएं।
3. PrEP (pre-exposure prophylaxis): एक दवा जो HIV से बचने में मदद कर सकती है।
4. सुई शेयर न करें: नशीली दवाओं का उपयोग करने से बचें।

महिलाओं में HIV के लक्षणों के विभिन्न चरण

पहला चरण (Acute HIV Infection):

यह वह समय होता है जब HIV पहली बार शरीर में प्रवेश करता है। महिलाओं में flu जैसे लक्षण हो सकते हैं जैसे बुखार, सिरदर्द, रैश, और swollen lymph nodes।

दूसरा चरण (Chronic HIV Infection):

इस चरण में HIV शरीर में active होता है लेकिन बहुत धीमी गति से बढ़ता है। इस समय लक्षण नज़र नहीं आते हैं, लेकिन कुछ महिलाओं को बार-बार infections का सामना करना पड़ सकता है, जैसे yeast infections या PID।

तीसरा चरण (AIDS):

अगर HIV का इलाज नहीं कराया जाए, तो यह AIDS में बदल सकता है। इस समय immune system पूरी तरह से कमजोर हो जाती है और महिलाओं में गंभीर weight loss, persistent infections, और memory loss हो सकता है।

निष्कर्ष

महिलाओं में HIV के लक्षण कभी-कभी मर्दों से अलग होते हैं, और अक्सर इन्हें जल्दी पहचानना मुश्किल हो सकता है। अगर आपको HIV होने का खतरा है, तो खुद को educated रखना और टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है। अगर आप HIV positive हैं, तो भी सही इलाज से आप एक लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी जी सकते हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और समय पर टेस्ट करवाएं।

FAQs

महिलाओं में HIV के लक्षणों में flu जैसे लक्षण, swollen lymph nodes, बार-बार yeast infections, pelvic inflammatory disease, और menstrual irregularities शामिल हो सकते हैं। बाद में weight loss, दस्त और रात को पसीना आना भी देखा जाता है।

HIV से पीड़ित महिलाओं में periods में गड़बड़ी हो सकती है, जिसमें irregular periods, हल्के या भारी flow, या periods का गायब होना शामिल है। यह immune system और hormones पर असर डालता है।

HIV के शुरुआती लक्षण, जैसे बुखार, थकान, और swollen lymph nodes, infection के 2-4 हफ्तों में दिख सकते हैं। लेकिन कई महिलाएं महीनों या सालों तक कोई लक्षण महसूस नहीं करतीं।

About The Author
Dr. Richika Sahay

MBBS (Gold Medalist), DNB (Obst & Gyne), MNAMS, MRCOG (London-UK), Fellow IVF, Fellow MAS, Infertility (IVF) Specialist & Gynae Laparoscopic surgeon,[Ex AIIMS & Sir Gangaram Hospital, New Delhi]. Read more

We are one of the Best IVF Clinic in India!

At India IVF Clinics we provide the most comprehensive range of services to cover all the requirements at a Fertility clinic including in-house lab, consultations & treatments.

    As per ICMR and PCPNDT Guidelines No Pre Natal Sex Determination is done at India IVF Clinic    As per ICMR and PCPNDT Guidelines Genetic Counselling can only be done in person

    Call Us Now

      Shop
      Search
      Account
      Cart